Rheumatoid Arthritis एक आटो इम्यून बीमारी है। जिसमे शरीर का प्रतिरोधक तन्त्र जो शरीर की बाहरी बैक्टीरिया और वायरस से सुरक्षा करता है। वो गलती से शरीर के जोडो पर प्रहार कर देता है। प्रतिरोधक तन्त्र को ऐसा व्यवहार शरीर के जोडो मे सूजन और इन्फलेमेशन पैदा कर देता है। यह बीमारी पुरषो की उपेक्षा स्त्रीयो मे अधिक पायी जाती है।
आर्थेराइटिस मे हाथ पैर के छोटे जोड मुख्यतः प्रभावित होते है। परन्तु कंधे एंव घुटने जैसे बडे जोड भी इससे प्रभावित हो सकते है। इस बीमारी मे जोडो की synovial membrane मे इन्फलेमेशन हो जाती है। तथा जोडो मे सूजन आ जाती है एंव अकडन भी हो जाती है।
ज्ब व्यक्ति मे Rheumatoid arthritis(RA) की संम्भावना हो तो उसे अपने खून की जांच रूमाटोयेड फैक्टर (RF) की उपस्थिति के लिए करानी चाहिए। हालांकि RF नेगेटिव टेस्ट के बावजूद भी Rheumatoid arthritis (RA) की संम्भावना से इन्कार नही किया जा सकता।
रूमाटोयेड फैक्टर टेस्ट की लो स्पेसीफीटी के कारण एक दूसरा टेस्ट जिसे anti citrullinated protein anti bodies(ACPAs) कहते है कराया जा सकता है।
उपचार
रूमाटोयेड आर्थेराइटिस का ailopathy में वैसे कोई सटीक उपचार नही है लेकिन ऐसी दवाइया उपलब्ध है जो बीमारी की तीव्रता को कम कर देती है। , इन्फलेमेशन को कम कर देती है व बीमारी के बढने की गति को भी कम कर देती है।